इश्क़ वो आग है गालिब
के जितना भी इसको बुझाना चाहा
कम्बख्त हर तरफ खुद को
इस आग में जलता पाया…..
तेरी आरजू में सनम हम दीवाने हो गए,
तुझे अपना बनाते बनाते बेगाने हो गए,
कर दे एक बार याद अपने दिल से,
तेरे दिल की आवाज़
सुने ज़माने हो गए।
फकीर सी ये काया मेरी
और फकीर सा ये रूह
उसे इबादत की प्यास है
अगर तू इजाज़त दे हमें, तो मैं तेरी
इबादत भी करू…..
वो करीब हो या न हो
ये दिल अब भी धड़कता हैं
महफ़िल में हो या तन्हा रहे हम
फकत उनके तसव्वुर से, ये जिस्म
अब भी महकता है……….
♣………………♣
प्यास लबों की हो तो
पानी से बुझा ले हम
मगर इन निगाहों का क्या करू
इसे तो एक मुश्त तेरे
दीदार की तलब है……
इश्क़ की ऐसी मदहोशी, देखी हैं कहीं
के जिन लबों से छूकर वो कश लेते हैं
उन सारे महकमों को….. ♣
बेतकलुफ होकर हम
♣ अपने लबों से थाम, लेते हैं……..
जिस्म की ख्वाहिश को
मोहब्बत का नाम न दो
ये इश्क़ भी एक,
इबादत सा है सब्र सा करो,
और सनम को
आंखों से ही इश्क़ का जाम दो….
लोगो को मिलता है तो मुकद्धर से मिलता है
मुझको तो मुकद्धर भी तेरे दर से मिला है
#किसी___शायर___ने___क्या__खूब__कहाँ___है
#दफनाकर___चली___गई___वो__मेरे___कब्र__पर__से___
#कौन__कम्मबख्त__कहता___है__की
#दफनाने के___बाद___जलाया__नही_जाता
खुशबु तेरी मूझे महका जाती है
तेरी हर बात मूझे बहका जाती है
सांस को बहुत देर लगती है आने में
हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है !!!
तड़प उठूं तो भी ए ज़ालिम तेरी दुहाई न दूं
मैं ज़ख़्म ज़ख़्म हूं फिर भी तुझे दिखाई न दूं
तेरे बदन में धड़कने लगा हूं दिल की तरह
हां ये और बात है के अब भी तुझे सुनाई न दूं
एक दफा तो मिला करो
हर रोज न सही,
कुछ गुफ्तगू हमसे भी कभी
किया करो, भर लो आगोश में हमको
फिर वादा मिलने का किया करो…….
#एक #चाहत #थी, #तेरे
#संग
#जीने की #वरना
#मोहब्बत #तो #किसी
#से #भी #हो
#सकती #थी
#मोहबत को जो #निभाते हैं उनको मेरा #सलाम है,
और जो #बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं#
उनको, हमारा ये पेघाम हैं,
“वादा-ए-वफ़ा #करो तो फिर खुद# को फ़ना करो,
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो”
याद की तन्हाई में, रोज़ शाम ढलती है
एक तेरी आहट से, धड़कने मचलती है
चाँद रात भर महके,आसमाँ के आंगन में
कोई रातरानी जब, करवटें बदलती है
नादान इन लबों को
तेरे लबों की तलब थी
हमनें कुछ पाबन्दिया लगा कर
लबों को जब्त कर दिया……
खुशबू की तरह मेरी हर साँस में,
प्यार अपना बसाने का वादा करो,
रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं,
मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
इश्क़ का उम्र से
क्या लेना देना साहब
दिल की धड़कनों का कुछ नहीं है हिसाब
ये जब जिसे चाहे
जवां कर दे……………
इश्क़ मुलाकातों की मोहताज,
नहीं है साहब
हमनें भी तो तमाम उम्र, फकत उनके
देखे हैं ख्वाब, के जिनका कोई
नहीं है हिसाब…………….
हर पल #मोहब्बत
करने का #वादा
है आपसे,
हर #पल साथ निभाने
का #वादा
है आपसे,
कभी ये मत समझ न #हम
आपको भूल
जायेंगे,
#जिंदगी भर साथ
चलने का #वादा है
आपसे।
️मेरा नाम अगर जुडे किसी के साथ
तो वो नाम तुम्हारा हो सपने तो बहुत
देखे है मेरी आँखों ने अगर कोई सपना
सच हो तो वो सपना तुम्हारा हो
हमारे इश्क़ को यूं न आज़माओ सनम,
पत्थरों को धड़कना सिखा देते हैं हम ।
तेरी ताबीर न मिले जिन ख्वाबों को #
#उस नींद से हमारा गुजारा नहीं #
# जिन हवाओं में तेरी खुशबू न हो,
उस हवाओं को हमने पुकारा नही #
#जिन सांसों मे तेरी सांसे न समाये,
उन खुश्क बहारों को हमने निहारा नही ##
#दोस्ती हर चहरे की मीठी #मुस्कान होती है,
#दोस्ती ही सुख दुख की #पहचान होती है,
रूठ भी गऐ #हम तो #दिल पर मत लेना,
क्योकी #दोस्ती जरा सी #नादान होती है…!
थोड़ा सा ??#गुस्सा.. ढेर सारा #प्यार
मासूम सा #चेहरा→ ←सच्ची★सी मुस्कान
#SofT सा दिल
.. हर→#गम→से #अन्जान
यही तो है→meri☆पहचान.
कर के #दीदार तेरे #हुस्न का,
हम तो संवरने लगे हैं..!!
कैसे करू #इज़हारे_इश्क मैं,
#खुद में ही सिमटने लगे हैं..!!
करते है इशारे ऐसे #निगाहों से,
#ख्वाव_आँखों_मे_सजने_लगे_हैं…!!
ऐ #दिल जरा सम्भल जा,
#वो_धड़कन_में_समाने_लगे_हैं…!!
जी करता है, बस यू ही तुम्हे
अपलक निहारते रहे हम
लफ्जों की जरूरत ही क्या
कुछ पल बस यू ही
खामोशियों में गुजार दे हम….
नशे की आदत बुरी है साहब
और नशा अगर इश्क़ का हो तो
ताउम्र उतरता नहीं जनाब….
ये आईने नही दे सकते तुम्हे तुम्हारी खूबसूरती की सच्ची ख़बर….
कभी मेरी इन आँखों में झांक कर देखो की कितने हसीन हो..